Pura Kaam Pura Daam Campaign : राजस्थान सरकार ने मनरेगा मजदूरो को लाभ प्रदान ने के लिए इस अभियान को शुरू किया है | राजस्थान ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा इसे शुरू किया गया है | राजस्थान सरकार ने इस अभियान को 2 नवम्बर को शुरू किया है | इस अभियान को मुख्य उद्देश्य मजदूरो को प्रेरित करना है और उन्हें जुटाना इस अभियान का उद्देश्य है | यह अभियान मजदूरो को सोम्पे गए काम को पूरा करने में मदद करेगा ताकि मजदूरो को उनका वेतन मिल सके | इस अभियान की मंजूरी के लिए फाइल मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के पास भेजी गई है | आज के इस आर्टिकल में हम आपको Pura Kaam Pura Daam Campaign की पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे इस लिए आप इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े |
Rajasthan Pura Kaam Pura Daam Campaign
राजस्थान सरकार राज्य के मजदूरो को लाभ देने के लिए समय समय पर अनेक प्रकार की योजना लेकर के आ रही है | जो लोग महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम यानि की MGNREGA के तहत काम करते है उनके लिए इस योजना को शुरू किया गया है | बहुत से मनरेगा मजदुर ऐसे है जो काम नहीं करते है लेकिन बहुत से मजदुर ऐसे भी है जो ईमानदारी से काम करते है | जैसा की आप जानते है की मनरेगा मजदूरो को प्रतिदिन 220 रूपये का वेतन दिया जाता है |
मजदूरो के द्वारा किये गए कार्य के आधार पर उनको भुगतान किया जा रहा है | Pura Kaam Pura Daam Campaign के तहत उन मजदूरो को समय पर काम को पूरा करने के लिए प्रेरित करना है | जो मेट्स वर्कर्स है वो कर्मचारियो को काम समय पर करने के लिए प्रेरित नहीं करते है | मनरेगा के तहत किये जाने वाले कुछ ख़ास कार्य के बिन्दुओ को सुधार जायेगा |
Pura Kaam Pura Daam Campaign Overview
योजना का नाम | राजस्थान पूरा काम पूरा दाम अभियान |
योजना टाइप | राज्य सरकार की योजना |
विभाग | राजस्थान ग्रामीण विकास विभाग |
राजस्थान पूरा काम पूरा दाम अभियान की आवश्यकता
जैसा की आप जानते है की बहुत से मजदुर ऐसे है जो ईमानदारी से काम करते है लेकिन बहुत से मजदूर ईमानदारी से काम नहीं करते है | राजस्थान में मजदूरी दर औसतन 162 रूपये है | जो ईमानदारी से काम करते है उनको भी यह दर मिलती है जो नहीं करते है उनको भी यह दर मिलती है | जिसके कारन राजस्थान में पिछले 4-5 सालो से भुगतान में कुछ विसंगतियां देखि गई है |
कम मजदूरी मिलने के कारन राजस्थान में मजदूरो को लगभग 24,00 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है | इसके मुख्य जिम्मेदार मेट्स वर्कर्स और तकनिकी कर्मचारी है जो की बिच में ही भुगतन की राशी ठग लेते है | धोखाधड़ी के सबसे ज्यादा किसान गरीब लोग होते है | तकनिकी कर्मचारी बिच में ही उनके पैसे ठग लेते है जिससे उनको उनका पूरा पैसा नहीं मिल पाता है |
अभी स्थिति यह बनी हुई है की वे कम काम से ज्यादा वेतन की मांग कर रहे है यानि की काम कम कर रहे है और वेतन अधिक की मांग कर रहे है | इसी राजस्थान सरकार ने इस अभियान को शुरू किया था जो की आज से लगभग 3 साल पहले शुरू किया गया था | सबसे पहले Pura Kaam Pura Daam Campaign को अजमेर में शुरू किया गया था जहाँ पर या काफी सफल रहा था | अब धीरे धीरे इसे पुरे राजस्थान में फैलाया जा रहा है |
Pura Kaam Pura Daam Campaign का क्रियान्वयन
राजस्थान सरकार के इस अभियान के दौरान निम्न प्रकार के काम किये जायेंगे :-
- इस अभियान के दौरान राजस्थान सरकार जो अनुपस्थित मजदुर है उनकी शिकायत करने के लिए मजदूरो को प्रोत्शाहित करेगी |
- जो मेटर्स है उनको सरकार के द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा और साथ ही इसमें महिला साथियों की संख्या अधिक हो इस पर सरकार ध्यान देगी |
- जैसा की आप जानते है की मनरेगा के तहत सबसे ज्यादा भागीदारी महिलाओ की होती है इस लिए महिला साथियों की संख्या बढाने से वे मजदूरो को काफी प्रोत्शाहित करने में मदद करेगी |
- मजदूरो को यह बताया जायेगा की उनके द्वारा किये जाने वाले कार्य के लाभ क्या है |
राजस्थान पूरा काम पूरा दाम अभियान का उद्देश्य
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मजदूरो को उनका हक़ दिलाना है | ऐसे बहुत से मजदूर है जो ईमानदारी से काम नहीं करते है लेकिन वे अधिक वेतन की मांग करते है सरकार मजदूरो को इस प्रकार से मजदूरो के प्रति शिकायत करने के लिए प्रोत्शाहित करेगी | गरीब मजदूरो का वेतन जो तकनिकी कर्मचारी है वो बिच में ही धोखाधड़ी कर जाते है इन लोगो को से इन मजदूरो को बचाना ही इस अभियान का उद्देश्य है | सरकार ने Pura Kaam Pura Daam Campaign महिला साथी है उनकी प्रतिशत बढ़ाएगी क्युकी मनरेगा में अधिक से अधिक महिला साथी काम करती है इस लिए सरकार महिलाओ के माध्यम से इनको प्रेरित करेगी |
Very jankari