Rajasthan Sindhu Darshan Tirth Yatra Yojna 2024: सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना

Sindhu Darshan Tirth Yatra Yojana: सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना की शुरुआत देवदर्शन विभाग द्वारा की गयी थी| इस योजना के अंतर्गत यात्रा पर हुए व्यय के 50 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति, अधिकतम 10,000/- प्रति तीर्थयात्री तक सहायता राशि सरकार द्वारा दी जा रही है| इस योजना की शुरुआत 1 अप्रैल, 2016 से की गयी थी| इस योजना के लिए 2018 में आयु सीमा घटा कर 21 वर्ष की गई है| सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना जम्मू-कश्मीर राज्य के लेह-लद्दाख में सिन्धु नदी तक यात्रा का कार्यक्रम है। वहां राज्य सरकार द्वारा सामान्यतः गुरु पूर्णिमा के निकट जून माह के आस-पास सिन्धु दर्शन उत्सव भी मनाया जाता है| इस आर्टिकल में हम Sindhu Darshan Tirth yatra govt of india के बारे में विस्तार से अध्यन करेंगे| अतः इस आर्टिकल कोअंत तक जरुर पढ़ें|

Sindhu Darshan Tirth Yatra Yojna : राजस्थान सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना आवेदन प्रक्रिया
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Sindhu Darshan Tirth Yatra Kya Hai

Rajasthan Sindhu Darshan Tirth yatra Scheme (सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना) 21 वर्ष से अधिक आयु के सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा हेतु श्रद्धालुओं को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से चलायी गयी है| इस तीर्थ यात्रा योजना के अंतर्गत प्रत्येक यात्री को यात्रा के लिए व्यय कुल राशि का 50% भाग अनुदान सहायता राशि के रूप में दिया जा रही है| अधिकतम अनुदान राशि 10,000 प्रति तीर्थयात्री को दिया जा रहा है| इस योजना का मुख्या उद्देश्य भारत के लद्दाख स्थित सिन्धु नदी की तीर्थयात्रा पर जाने वाला तीर्थयात्री को सहायता प्रदान करना है| यह योजना राजस्थान मूल के निवासियों के लिए ही है| इस योजना के लिए लौटरी प्रक्रिया के माध्यम से आवेदनकर्ताओं को यात्रा का मौका दिया जायेगा| कुल शीटों की संख्या 200 है, इससे अधिक संख्या में आवेदन आने पर लौटरी प्रक्रिया से चयन किया जायेगा|

Sindhu Darshan Tirth yatra govt of Rajasthan Overview

योजना का नाम सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना
योजना का विभागराजस्थान राज्य देवस्थान विभाग , जयपुर 
उदेश्यभारत के लद्दाख स्थित सिन्धु नदी की तीर्थयात्रा पर जाने वाला तीर्थयात्री को सहायता
योजना का प्रकारराज्य स्तरीय योजना
लाभार्थी वर्गसिन्धु दर्शन तीर्थ यात्री
कुल शीटें200
चयन प्रक्रिया200 से अधिक आवेदन होने पर लौटरी प्रक्रिया द्वारा चयन
आवेदन का प्रकारऑनलाइन तथा ऑफलाइन 
अधिकारिक वेबसाइटdevasthan.rajasthan.gov.in

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा का परिचय

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना जम्मू-कश्मीर राज्य के लेह-लद्दाख में सिन्धु नदी तक यात्रा का कार्यक्रम है। वहां राज्य सरकार द्वारा सामान्यतः गुरु पूर्णिमा के निकट जून माह के आस-पास सिन्धु दर्शन उत्सव भी मनाया जाता है।जम्मू और कश्मीर राज्य सरकार द्वारा आयोजित होने वाला “सिंधु दर्शन उत्सव” हर वर्ष जून में तीन दिनों तक चलता है| अतः इस समय यात्रा में वहाँ होने वाले धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन का अतिरिक्त आनंद लिया जा सकता है| सिंधु दर्शन उत्सव सिंधु नदी और सैंधव संस्कृति का उत्सव है, साथ ही यह सांप्रदायिक सौहार्द और भारत की एकता के प्रतीक के रूप में आयोजित होता है। इस दौरान बड़ी संख्या में विदेशी और घरेलू पर्यटकों का आगमन होता है, अतः पहले से बुकिंग कराना उचित होता है| लेह में रुकने की सुविधा हेतु अनेक होटल एवं विश्राम गृह उपलब्ध होते है।

Sindhu Darshan Tirth Yatra Yojna of Devesthan Depatment Rajasthan शर्तें/पात्रता

  • इस योजना का लाभ लेने के लिए राजस्थान का स्थायी मूल निवासी होना जरुरी है|
  • आवेदनकर्ता की आयु 21 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए|
  • भिक्षावृति पर जीवनयापन करने वाले इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं|
  • आवेदनकर्ता आयकर दाता नहीं होना चाहिए|
  • केन्द्र सरकार/राज्य सरकार/केन्द्र व राज्य सरकार के उपक्रम/स्थानीय निकाय से सेवानिवृत्त कर्मचारी/अधिकारी नहीं होना चाहिए|
  • इस योजना के माध्यम से जीवन में केवल एब बार ही अनुदान प्राप्त कर सकते हैं|
  • नोटः- देवस्थान विभाग, राजस्थान द्वारा चयनित व्यक्ति ही योजना का लाभ प्राप्त करने का पात्र है।

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना में लाभार्थियों की विभागीय सीमा

दर्शन तीर्थयात्रा के लिए विभाग द्वारा 200 तीर्थयात्री (सामान्यतः ) निर्धारित किये गए हैं| इससे अधिक संख्या में तीर्थयात्रा हेतु अधिक आवेदक होने पर लॉटरी प्रक्रिया द्वारा चयन किया जायेगा|

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना हेतु अनुदान राशि

यदि आप तीर्थ यात्रा योजना राजस्थान के तहत तीर्थ यात्रा पर जाते हैं तो devasthan tirth yatra rajasthan के अंतर्गत Sindhu Darshan Tirth yatra के लिए यात्रा पर हुए व्यय के 50 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति, अधिकतम 10,000/- प्रति तीर्थयात्री तक की सहायता सरकार द्वारा दी जा रही है|

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना दस्तावेज

यदि आप Sindhu Darshan yatra के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको निचे दिए गए दस्तावेजों की जरुरत पड़ेगी-

  1. राजस्थान के मूल निवास प्रमाण पत्र की प्रमाणित फोटो कॉपी।
  2. आधार कार्ड/ भामाशाह कार्ड की फोटो कॉपी।
  3. यात्रा पर हुए वास्तविक व्यय का प्रमाण पत्र (टिकट, रसीदें इत्यादि)
  4. लद्दाख स्थित सरकारी विभाग/समाज के रजिस्टर्ड ट्रस्ट या गठित कमेटी का यात्रा करने का सत्यापित प्रमाण-पत्र।
  5. सिन्धु नदी पर सिन्धु दर्शन घाट के साथ आवेदकों की फोटो
  6. प्रशासन की ओर से खारदूंगला पास जाने के लिए जारी इनर लाईन परमिट की फोटो कॉपी।

नोट- भामाशाह कार्ड की स्थिति में मूल निवास प्रमाण पत्र व जन्म प्रमाण-पत्र की अलग से आवश्यकता नहीं होगी| यात्रा राशि का पुनर्भरण करने हेतु आवेदक वहां प्रशासन की ओर से खारदूंगला पास जाने के लिए इनर लाईन परमिट आवश्यक रूप से प्राप्त कर लें। साथ ही वहां फोटो के रूप में वहाँ पर सिन्धु नदी पर सिन्धु दर्शन घाट के साथ फोटो खिंचा कर संलग्न करें। इनमें विभाग बिंदु 4 से 6 में विकल्प के रूप में शिथिलन हेतु प्रस्ताव अनुसार विचार कर सकेगा|

Sindhu Darshan Tirth Yatra Apply

सिन्धु नदी की यात्रा हेतु आवेदन की प्रक्रिया विदेश मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से संपादित की जायेगी। mukhyamantri tirth yatra yojana rajasthan के तहत सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना के लिए अप्लाई करने के लिए ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों प्रकार के तरीके मान्य है| जो तरीका आपके लिए सुविधाजनक हो, वही अपना सकते हैं| आएये जानते हैं ऑनलाइन तथा ऑफलाइन तरीके से किस प्रकार आवेदन कर सकते हैं-

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना ऑनलाइन आवेदन

  • देवस्थान विभाग से अनुदान हेतु आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी इसके लिए सबसे पहले आपको देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
  • इसके बाद योजनायें पर क्लिक करना है|
  • इसके बाद चार नंबर पर सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना लिखा होगा उसके सामने दिए गए पीडीऍफ़ पर क्लिक करना है|
  • अब आपको आवेदन-पत्र का फोर्मेट मिलेगा जिसको प्रिंट करवा लेना है|
  • प्रिंट आवेदन को भरकर इसके साथ मांगे गए दस्तावेज अटेच करके यात्रा करने के दो माह के अन्दर जमा कराना होगा।
  • ऑनलाइन आवेदन के लिए तिथि विभागीय विज्ञप्ति अनुसार घोषित की जायेगी।

How To Apply Offline For Sindhu Darshan Tirth Yatra

  • ऑफलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
  • इसके बाद योजनायें पर क्लिक करना है|इसके बाद तिन नंबर पर सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना लिखा होगा उसके सामने दिए गए पीडीऍफ़ पर क्लिक करना है|
  • अब आपको आवेदन-पत्र का फोर्मेट मिलेगा जिसको प्रिंट करवा लेना है|
  • इसके बाद सहायक आयुक्त कार्यालय देवस्थान विभाग प्रिंट आवेदन को भरकर इसके साथ मांगे गए दस्तावेज अटेच करके यात्रा करने के दो माह के अन्दर आयुक्त कार्यालय देवस्थान विभाग में जमा कराना होगा ।

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना चयन व आवंटन की प्रक्रिया

  • राजस्थान के ऐसे व्यक्ति जिन्हें देवस्थान विभाग द्वारा चयनित व्यक्ति की सूची में स्थान पाते हुए उनके द्वारा लद्दाख स्थित सिन्धु दर्शन की यात्रा पूर्ण कर ली हो, तो उन्हें यात्रा उपरान्त यात्रा पर हुए वास्तविक व्यय का प्रमाण पत्र (टिकट, रसीदें इत्यादि) प्रस्तुत करना होगा और ऐसी यात्रा पर हुए 50 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति अधिकतम 10,000/- प्रति तीर्थ यात्री तक राज्य शासन द्वारा की जायेगी। 
  • अनुदान प्राप्त करने हेतु पात्र व्यक्ति अपने दावे निर्धारित प्रपत्र में प्रमाणित अभिलेख सहित ऑनलाइन/ ऑफलाइन यथास्थिति संबंधित सहायक आयुक्त को यात्रा समाप्ति के 30 दिवस की समयावधि में प्रस्तुत करेगा।
  • निर्धारित तिथि तक प्राप्त प्रार्थना पत्रों एवं दस्तावेजों का सहायक आयुक्त देवस्थान द्वारा परीक्षण कर पात्र यात्रियों के आवेदन पत्र मय सूची आयुक्त, देवस्थान कार्यालय, उदयपुर को भिजवाये जायेंगे। 
  • यदि निर्धारित कोटे से अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं, तो लॉटरी (कम्प्यूटराईज्ड ड्रा आफ लॉट्स) द्वारा यात्रियों का चयन किया जायेगा।
  • लॉटरी निकालते समय आवेदक के आवेदन के साथ उसकी पत्नी अथवा पति (यदि उनके द्वारा भी यात्रा कर ली हो) को एक मानते हुए लॉटरी निकाली जायेगी एवं लॉटरी में चयन होने पर दोनों अनुदान के पात्र होंगे। यदि निर्धारित संख्या से अधिक आवेदक आ गए, तो एक परिवार से अधिकतम 3 व्यक्तियों को पात्र माना जायेगा|

Sindhu Darshan Tirth Yatra Yojna Apply Steps

आवेदन सामान्यतः दो चरणों में लिए जायेंगे-
प्रथम चरण- 1 जुलाई से 30 जुलाई तक
द्वितीय चरण- 1 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक
द्वितीय चरण तभी खोला जायेगा, जब प्रथम चरण में निर्धारित संख्या से कम आवेदक आएंगे| यदि प्रथम चरण में निर्धारित संख्या से अधिक आवेदक आ गए, तो उसी समय लॉटरी निकाल कर प्रक्रिया समाप्त कर ली जाएगी|

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा मार्ग / सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा रास्ता

  • सिन्धु दर्शन का यात्रा मार्ग दो राज्यों से होकर गुजरता है –
  • जम्मू और कश्मीर तथा
  • हिमाचल प्रदेश।

सामान्यतः एक रूट से जाने वाले यात्री वापसी में दूसरे रूट से लौटना पसन्द करते हैं। अधिकांश लोग हिमाचल स्थित मनाली से होते हुए जाते हैं और वापसी में कश्मीर के कारगिल से होते हुए लौटते हैं। पूरी यात्रा यदि सड़क मार्ग से की जाये, तो न्यूनतम 8-10 दिन का समय लगता है। यह यात्रा सामान्यतः केवल जून से सितम्बर तक हो पाती है, क्योंकि शीतकाल में स्नो-फॉल से सड़क रूट बन्द होने के बाद ग्रीष्मकाल में 20 मई के उपरान्त ही खुलता है।

यहां उल्लेखनीय है कि सिन्धु दर्शन के लिए लद्दाख क्षेत्र में लेह जाने वाले यात्री हवाई जहाज या सड़क मार्ग से ही जा सकते हैं। यदि कोई ट्रेन से जाये, तो वह जम्मू/कटरा, कश्मीर या चण्डीगढ़ तक ही जा सकता है।

नोट- सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा परिचय की उपरोक्त सूचना केवल सरल सुविधा के लिए है, इसमें यात्री अपने दिमाग के अनुसार मार्ग, समय व सुविधा का चयन करें| सिन्धु दर्शन का यात्रा मार्ग व पहुँच स्टेशन समय की सुविधा अनुसार बदल सकते हैं|

Sindhu Darshan Tirth yatra Ammount Refund

tirth yatra yojna rajasthan के तहत सिधु दर्शन तीर्थयात्रा योजना की अनुदान / सहायता राशि का भुगतान आनलाईन बैंक अकाउन्ट में किया जायेगा। विभागीय स्थिति अनुसार बैंकर चेक/डिमाण्ड ड्राफ्ट (Account Payee) द्वारा किया जाएगा। अतः इस योजना की सहायता राशि के लिए आपका एक चालू बैंक खाता होना चाहिए ताकि अनुदान राशि आ सके| साथ ही आपके बैंक खाते में पैसों के लेन-देन की सीमा भी 10,000 से अधिक होनी चाहिए|

स्वीकृति करने वाले अधिकारी

इस योजना के लिए समस्त सहायक आयुक्त, देवस्थान विभाग (वृन्दावन के अतिरिक्त) द्वारा स्वीकृति प्रदान की जाती है|

सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना योजना संपर्क सूत्र

  • इस योजना के लिए संबंधित उपखण्ड अधिकारी/सहायक आयुक्त, देवस्थान विभाग से संपर्क करके अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है|
devsthan vibhag rajsthan Helpline Number

NOTE / नोट

  • उक्त विवरण केवल सरल संकेतक है। योजना संबंधी अन्य शर्तों, प्रावधानों के लिये मूल विभागीय आदेश व परिपत्रों का अवलोकन करें। विभाग द्वारा नियमों के अध्यधीन उपनियम बनाए जा सकेंगे।
  • योजना संबंधी किसी भी बिन्दु पर समस्या समाधान आयुक्त कार्यालय देवस्थान विभाग, उदयपुर से किया जा सकेगा।
  • इस योजना के किसी भी दिशा निर्देश, आदेश की व्याख्या के लिये देवस्थान विभाग राजस्थान सरकार का विनिश्चय अन्तिम होगा।

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