Devasthan vibhag rajasthan : देवस्थान विभाग मन्दिर संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन का विभाग है। इस विभाग के वर्तमान स्वरूप का भूतपूर्व राजपूताना राज्य छोटी-बडी 22 रियासतों के विलीनीकरण के पश्चात पूर्व देशी राज्यों द्वारा राज्यकोष के माध्यम से संचालित मन्दिरों, मठों, धर्मशालाओं आदि के प्रबंधन एवं सुचारू संचालन हेतु वर्ष 1949 में बने वृहत् राजस्थान राज्य के साथ-साथ हुआ है| वर्तमान देवस्थान विभाग विरासत में प्राप्त ऐसी ही धार्मिक एवं पुण्य प्रयोजनार्थ स्थापित संस्थाओं एवं राजकीय मन्दिरों, मठों, लोक प्रन्यासों का नियमन करने, उनके प्रशासन हेतु मार्गदर्शन देने, उन्हें आर्थिक सहयोग देने जैसे धार्मिक एवं सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करता है| इस आर्टिकल में हम आपको Devasthan vibhag rajasthan के बारे में विस्तार से बताएँगे अतः इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़ें|
Devasthan Vibhag Rajasthan 2024
देवस्थान विभाग राजस्थान सरकार पर आपको बहुत सारी जानकारी मिलती है | जैसे- devasthan vibhag free yatra, देवस्थान विभाग के नियम, देवस्थान विभाग समाचार आदि के बारे में जानकारी मिल जाएगी| Devasthan Vibhag Rajasthan registration करने के बाद ही सारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा| आपको बता दें कि वर्तमान में देवस्थान विभाग राज्य मंत्री श्री गोविंद डोटासरा हैं| देवस्थान विभाग rajasthan (देवस्थान विभाग राजस्थान समाचार) के बारे में विस्तार से जानकारी निचे दी जा रही है| आपके प्रतियोगी परीक्षा की तयारीके लिए भी बहुत महत्वपूर्ण जानकारी है, जिसमे आपको राजस्थान के मंदिरों व ग्रंथों के बारे में बहुत सटीक जानकारी मिल रही है|
Devasthan Vibhag Rajasthan Overview
आर्टिकल में जानकारी | देवस्थान विभाग राजस्थान सरकार 2024 |
योजना का उद्देश्य | राजस्थान की प्राचीन धरोहर को सरंक्षित करना |
योजना का प्रकार | राज्य स्तरीय योजना |
अधिकारिक वेबसाइट | devasthan.rajasthan.gov.in |
राजस्थान देवस्थान विभाग मंदिर
- इस विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर आप राज्य के सभी लोकप्रिय व प्राचीन मंदिरों की सूचि देख सकते हैं| इसके लिए आपको निचे दिए गए चरण फॉलो करने हैं| कुछ मंदिरों की तश्वीर आप निचे देख सकते हैं|
- सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- इसके बाद मंदिर पर क्लिक करना है|
- अब आपके सामने निम्न ऑप्शन आयेंगे|
- मंदिरों का इतिहास
- राज्य में विद्यमान विभिन्न श्रेणी के मंदिरों का विवरण
- देवस्थान विभाग के पर्यवेक्षणाधीन मंदिरों की सूची
Devasthan Vibhag Rajasthan के प्रयेक्षण के अंतर्गत आने वाले मंदिरों की सूचि
- राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार श्रेणी मन्दिर
- राजकीय आत्म निर्भर श्रेणी मन्दिर
- वार्षिकी प्राप्त मन्दिर की सूची
- राजकीय सुपुर्दगी श्रेणी मन्दिर
- राजकीय सहायता प्राप्त मंदिर
- मंदिर मंडल अधिनियम के अंतर्गत मंदिर
- प्रन्यास के अधीन मंदिर
- ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यमान माफी/कृषि भूमि वाले अपंजीकृत/पंजीकृत मंदिर
- राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार श्रेणी- कृष्ण मन्दिर
- राजकीय आत्म निर्भर श्रेणी- कृष्ण मन्दिर
- राजस्थान राज्य के बाहर देवस्थान विभाग द्वारा प्रबंधित एवं नियंत्रित प्रमुख मंदिरों व संपदाओं का विवरण
- देवस्थान विभाग द्वारा प्रबंधित एवं नियंत्रित प्रमुख मंदिरों का विवरण
- देवस्थान विभाग द्वारा प्रबंधित एवं नियंत्रित प्रमुख मंदिरों के प्रबन्धक / पुजारी व उनके सम्पर्क नम्बर
- राज्य के विभिन्न मंदिरों की जी आई एस स्थिति
- पुरातत्व विभाग के अधीन संरक्षित स्मारकों की सूची
- भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन संरक्षित स्मारकों की सूची
- राज्य पुरातत्व विभाग के अधीन संरक्षित स्मारकों की सूची
देवस्थान विभाग पुजारी रिजल्ट
- यदि आपको राजस्थान के मंदिरों के पुजारियों के नाम व मोबाइल न. का पता लगाना है तो ये ये भी अब ऑनलाइन संभव है|
- इसके लिए आपको सबसे पहले devasthan vibhag official website पर जाना है|
- इसके बाद मंदिर पर क्लिक करना है|
- अब आपको निचे की और स्क्रोल डाउन करना है और Devasthan Vibhag Rajasthan द्वारा प्रबंधित एवं नियंत्रित प्रमुख मंदिरों के प्रबन्धक / पुजारी व उनके सम्पर्क नम्बर के ऑप्शन पर क्लिक करना है|
- अब आपकी स्क्रीन पर प्रबन्धक का नाम व फोन नम्बर जिनसे सम्पर्क किया जा सके तथा पुजारी का नाम व फोन नम्बर जिनसे सम्पर्क किया जा सके, की सभी मंदिरों की सूचि आ जाएगी|
राजस्थान देवस्थान विभाग मंदिर नक्शा
आप Devasthan vibhag rajasthan के सभी प्रचलित मंदिरों के बारे में नक्शे के द्वारा भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है| इसके लिए आपको निचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करने हैं|
- सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- इसके बाद मंदिर पर क्लिक करना है|
- इसके बाद SEE MAP VIEW पर क्लिक करना है|
- अब आपके सामने राजस्थान तथा मथुरा ( उत्तरप्रदेश ) के दो आप्शन दिखेंगे|
- अब आपको जिस भी जिले के मंदिरों के बारे में जानना है, उस पर क्लिक करना है|
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर जिले से सम्बंधित सभी मंदिरों के नाम तश्वीर के साथ आ जायेंगे|
- इसके बाद आपको जिस भी मंदिर के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है , उस पर क्लिक करना है|
- अब आपकी स्क्रीन पर सम्बंधित मंदिर के इतिहास की सम्पूर्ण जानकारी आ जाएगी | आप इसे पढ़ सकते हैं|
Devasthan vibhag rajasthan धर्मशालाएं
- सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- इसके बाद धर्मशालाएं पर क्लिक करना है|
- अब आपकी स्क्रीन पर देवस्थान विभाग में विद्यमान धर्मशालाओं, होटलों व विश्रामगृहों की सूची आ जाएगी|
Devasthan Vibhag Rajasthan पर किराये हेतु सम्पति
- Devsthan Vibhag Rentable Property देखने के लिए आपको सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है.
- इसके बाद किराये हेतु सम्पति पर क्लिक करना है|
देवस्थान विभाग पर विकास परियोजनायें
- Devsthan Vibhag Development Projects देखने के लिए आपको सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है.
- इसके बाद विकास परियोजनायें पर क्लिक करना है|
- अब devsthan vibhag rajasthan की परियोजनाओं की जानकारी आपकी स्क्रीन पर आ जाएगी|
देवस्थान विभाग के पर्यवेक्षणाधीन पंजीकृत प्रन्यास
- Registered Public Trusts under Devasthan Department देखने के लिए आपको सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- इसके बाद प्रन्यास पर क्लिक करना है| अब devsthan rajasthan के अंतर्गत पंजीकृत सभी ट्रस्ट के बारे में जानकारी आ जाएगी|
राजस्थान देवस्थान विभाग की योजनायें
- मोक्ष कलश योजना
- वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना
- कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा योजना
- सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना
- अपना धाम-अपना काम-अपना नाम योजना
देवस्थान विभाग राजस्थान अधिनियम, नियम व नीतियाँ
- Devsthan Vibhag Development Acts & Rules देखने के लिए आपको सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है.
- इसके बाद अधिनियम, नियम व नीतियाँ पर क्लिक करना है|
आदेश / परिपत्र
- Devsthan Vibhag Development orders circulars देखने के लिए आपको सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है |
- इसके बाद आदेश / परिपत्र पर क्लिक करना है|
- अब आपकी स्क्रीन पर devasthan vibhag rajasthan के सभी जारी किये गए आदेश या परिपत्र की जानकारी आ जाएगी|
- आप किसी भी परिपत्र के सामने दिए गए लिंक पर क्लिक करके उसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी को पढ़ सकते हैं|
देवस्थान विभाग भर्ती
devasthan vibhag vacancy 2024 के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको राजस्थान देवस्थान विभाग पर विजिट करना है| पोर्टल पर जाने के बाद devasthan vibhag rajasthan vacancy पर आना होगा.
- देवस्थान विभाग राजस्थान एम्प्लॉई कॉर्नर के लिए आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है |
- इसके बाद आपको एम्प्लॉई कॉर्नर पर क्लिक करना है|
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर स्थानांतरण सूची तथा वरिष्ठता सूची दिखाई देगी|
- आपको उसके सामने दी गयी पीडीऍफ़ पर क्लिक करके देवस्थान विभाग vacancy के बारे में भी विस्तार से देख सकते हैं|
E-Devsthan Rajasthan
- ई- देवस्थान राजस्थान के लिए आपको सबसे पहले राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है |
- इसके बाद ई- देवस्थान पर क्लिक करना है|
- इसके बाद आपको नया पेज मिलेगा जिस पर आपको ई-नोटिस , तीर्थ यात्रा योजना , दान आदि के आप्शन मिलेंगे|
- तीर्थ यात्रा योजना पर क्लिक करने पर आपको वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के लिए निम्न आप्शन आयेंगे|
- तीर्थ यात्रा आवेदन
- प्रिंट आवेदन
- अपडेट आवेदन
- पूर्ण नियमावली
- चिकित्सा प्रमाण पत्र रिक्त प्रारूप
- मिडिया प्रमाण पत्र रिक्त प्रारूप
- मिडिया प्रमाण पत्र प्रारूप
- चयन व यात्रा संबंधी सूचना
- जिले का कोटा
- लौटरी परिणाम ( देवस्थान विभाग लाटरी)
ई-देवस्थान दान
- इसके लिय आपको दान के आप्शन पर क्लिक करना है|
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर दो आप्शन आयेंगे|
- दान करें
- दानदाता प्रस्ताव
राशि के रूप में दान
- यदि आपको दान करना है तो दान करें के आप्शन पर क्लिक करना है|
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर दान/सहयोग के लिए मंदिर सूची आ जाएगी|
- यदि आपको पैसों के रूप में दान करना है तो आपको मंदिर के सामने दिए गए दान करें के आप्शन पर क्लिक करना है|
- इसके बाद दान करने के लिए एक आवेदन पत्र आएगा जिसको भरना है | इसक आवेदन में आपको जितनी राशि दान करनी है, वो भी भरनी है|
- अंत में निचे दिए गए Process के आप्शन पर क्लिक करना है| अब आगे की पूरी प्रक्रिया को सही सही पूर्ण करना है|
दान के रूप में कोई सामग्री देना
- यदि आपको आप कोई सामग्री स्वयं क्रय करके देंगे अथवा विकास कार्य में देंगे| तो इसके लिए आपको मंदिर के सामने दिए गए सहयोग के आप्शन पर क्लिक करना है|
- इसके बाद आपके सामने एक आवेदन पत्र आएगा जिसको भरना है | इसमें जो सामग्री दान कर रहे हैं, वो भरनी है|
- अंत में निचे दिए गए Process के आप्शन पर क्लिक करना है| अब आगे की पूरी प्रक्रिया को सही सही पूर्ण करना है|
दान का उद्देश्य
- तन-मन-धन का संवर्धन
- स्वास्थ्य
- सफलता
- समृद्धि
- प्रसिद्धि
- प्रीति
- मुक्ति
- संतति
- ग्रहशांति
- सौहार्द
- गुण अर्जन
- सुरक्षा
- विकास
- पूर्वज-परिजन स्मृति
- मांगलिक उत्सव
- मनोकामना पूर्ति
- विविध
Devasthan Vibhag Rajasthan दान का प्रयोजन
- आरती
- भोगराग-शृंगार
- विकास-निर्माण
- वृक्षारोपण
- पक्षियों के लिए दाना
- गायों के लिए चारा
- ग़रीबों के लिए भोजन-वस्त्र
- चिकित्सा सहायता
- प्राणियों के लिए सेवा
- आजीविका-पुनर्वास
- मानव सेवा
- विविध
Devasthan Vibhag Rajasthan पठनीय सामग्री
- आपको देवस्थान विभाग पर बहुत सारे धार्मिक ग्रन्थ और अच्छी-अच्छी धार्मिक पुस्तकें पढने को मिल रही हैं| इसके लिए आपको सबसे पहले राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- इसके बाद पठनीय सामग्री पर क्लिक करना है| अब आपकी स्क्रीन पर बहुत सारी पुस्तकें व ग्रन्थ (हिंदू परंपरा के अनुसार कुछ प्रमुख तीर्थों-धामोंकी श्रेणियाँ एवं सूची) इस प्रकार से आयेंगे आप इन पर क्लिक करके इनके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं-
तीर्थ :-
- चार धाम
- उत्तराखंड के चार धाम
- द्वादश ज्योतिर्लिंग,
- इक्यावन शक्ति पीठ
- पंच सरोवर
धर्म ग्रंथ :-
- वेद
- पुराण
- स्मृति
- सूत्र
- महाकाव्य
- आरती संग्रह
- चालीसा संग्रह
- स्तोत्र संग्रह
अन्य जानकारी :-
- धार्मिक व्यवस्था: आचार एवं व्यवहार
- धार्मिक प्राधिकार
- सामान्य पूजा विधि
शिकायत करें
- यदि आपको देवस्थान विभाग के लिए किसी भी प्रकार की शिकायत है तो इसके के लिए आपको सबसे पहले आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- इसके बाद शिकायत करें के आप्शन पर क्लिक करना है|
- अब शिकायत दर्ज करें के आप्शन पर क्लिक करना है|
- इसके बाद कुछ निर्देश आयेंगे उनको ध्यान से पढना है| जैसे-
सूचना यथासम्भव पूर्ण किन्तु बिंदुवार लिखे | |
सूचना यथासम्भव पूर्ण किन्तु बिंदुवार लिखे | |
अपना मोबाइल न. / फ़ोन न. / पहचान न. अवश्य भरे, ताकि आपको एस. एम्.एस. से सूचित किया जा सके | |
यदि पूर्व में कभी परिवाद दे रखा हे तो उसका सन्दर्भ अवश्य दे | |
न्यायिक रूप से विचाराधीन वादो को दर्ज करने से बचे | |
अपने परिवाद की श्रेणी अवश्य दर्ज करें जैसे समस्या निजी है, या सार्वजानिक है या राजकीय कर्मचारी की है | |
अपने परिवाद का शिकायत संख्या का आगे सन्दर्भ हेतु ध्यान रखें | |
गलत शिकायत दर्ज करने पर परिवादी स्वयं उत्तरदायी होगा | |
दस्तावेज Output Resolution(ppi) 150 पर स्कैन करें | |
सूचना के अधिकार के लिए यहाँ परिवाद दर्ज नहीं करे. एवं उसके लिए सम्बंधित विभाग से संपर्क करे | |
- इसके बाद Register Grievance पर क्लिक करना है|
- अब आपको सम्पूर्ण जानकारी भरनी है और निचे दिए गए Submit के आप्शन पर क्लिक करना है|
शिकायत की स्थिति कैसे देखें
- यदि आपने पहले शिकायत की है तो इसकी स्थिति देख सकते हैं |
- इसके लिए आपको राजस्थान देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- इसके बाद शिकायत करें के आप्शन पर क्लिक करना है|
- अब शिकायत की स्थिति देखें के आप्शन पर क्लिक करना है|
- अब Grievance Id / Mobile No. भरना है और निचे दिए गए कैप्चर कोड डालकर view के आप्शन पर क्लिक करना है|
- इसके बाद आपके आवेदन की स्थिति आ जाएगी|
Devasthan Vibhag Rajasthan Helpline number
- सबसे पहले आपको देवस्थान विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- इसके बाद आपको सम्पर्क पर क्लिक करना है|
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर सारे कांटेक्ट की सूचि आ जाएगी| तथा संपर्क करने की अन्य देवस्थान विभाग की जानकारी आपके सामने आ जाएगी|
- आप किसी भी न. पर संपर्क कर सकते हैं| और अपने प्रश्नों का उतर प्राप्त कर सकते हैं|
मैं पेशे से एक छात्र हूँ और इस ब्लॉग का एडमिन हूँ। मुझे लिखना बहुत पसंद है। इसलिए मैं इस ब्लॉग के माध्यम से आपको राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं और ताज़ा खबरों की जानकारी देता हूँ। सरकारी योजनाओं की अन्य जानकारी के लिए आप बेहिचक हमें लिख सकते हैं।
Varishath naagrik thirthyatra ke aage aavedan konsi site se bhare jayenge
sir ye bhi bhag ki bharti kab aayege
Sir purani Bharti ka process kab tak pura hojayega aur nai vigyapti kab tak jari hogi
Sir purani Bharti ka process kab tak pura hojayega aur nai vigyapti kab tak jari hogi
Sir mandir ko dev bhibag mai kaise jode
Sir naivigyapti keb tek ayegi