राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | Indira Gandhi Matritva Poshan Form | Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana In Hindi | इंदिरा गाँधी मातृ पोषण रजिस्ट्रेशन फॉर्म | IGMPY
जैसा की आप सभी जानते हैं भारत सरकार तथा राजस्थान सरकार हमेशां महिलाओं की स्थिति व उनके स्वास्थ्य की सुविधाओं के लिए हमेशां सतर्क रहती है| इसलिए सरकार द्वारा बहुत सारी ऐसी योजनायें चलायी गयी जिनका सीधा लाभ महिलाओं को मिलता है| सरकार द्वारा बेटी के जन्म पर आर्थिक सहायता के रूप में राशि दी जाती है तथा जच्चा अर्थात बच्चे को जन्म देनी वाली महिला के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए घी भी देती है| इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अब राजस्थान सरकार द्वारा इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना की शुरुआत की गयी है| इस आर्टिकल में हम आपको Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 के लिए दस्तावेज, पात्रता , लाभ , विशेषताएं, उद्देश्य आदि के बारे में विस्तार से बताएँगे| अतः इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढना |
इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना क्या है?
प्रसव क्रिया के बाद माँ के स्वास्थ्य को सही बनाये रखने के लिए राजस्थान सरकार में मातृ दिवस के उपलक्ष्य पर दूसरी संतान होने पर आर्थिक सहायता राशि के रूप में 6000 रुपये तथा उचित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से Indira Gandhi Matritva Poshan Scheme 2023 की शुरुआत की गयी | यह योजना केंद्र सरकार की योजना ” प्रधानमंत्री मातृ वंदना पोषण योजना ” की पूरक है| यह योजना महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा आयोजित की जा रही है| इस योजना के शुरू करने से गरीब परिवारों को बहुत लाभ हुआ है| गरीब लोग अपने बच्चे का पोषण सही तरीके से कर सकेंगे तथा महिलाओं को भी प्रसव के दौरान उचित स्वास्थ्य सेवाएँ मिल पाएंगी|
Highlight Of Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana
योजना का नाम | राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना |
विभाग | महिला एवं बाल विकास विभाग |
योजना का प्रकार | राजस्थान सरकार की योजना |
उद्देश्य | गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता |
लाभार्थी | गर्भवती महिलाएं |
ऑफिसियल वेबसाइट | wcd.rajasthan.gov.in |
Indira Gandhi Matritva Poshan Scheme Launching
भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी की 103 वीं जयंती के अवसर पर राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने Indira Gandhi Matritva Poshan Scheme 2023 की शुरुआत की थी| इंदिरा गाँधी मातृत्व योजना की शुरुआत करने का उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाना है| महिलाओं को उनके दूसरी संतान पर सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वे अपने बच्चे का पालन-पोषण उचित ढंग से कर सकें | सरकार का उद्देश्य है कि प्रदेश में कोई भी शिशु व माता सुविधा के अभाव में परेशान न हो| इसलिए जच्चा के दुसरे बच्चे के जन्म पर इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना 6000 रुपये दे रही है|
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना प्रोजेक्ट
इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना की रूपरेखा के तहत सरकार ने 5 वर्ष में 3.75 लाख महिलाओं पर 225 करोड़ रुपये व्यय करने का प्लान बनाया है| सरकार ने एक प्रोजेक्ट का निर्माण किया है जिसका नाम रखा है-पायलट प्रोजेक्ट | इस पायलेट प्रोजेक्ट के तहत हर साल 45 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे तथा इस प्रोजेक्ट के तहत प्रतिवर्ष 75 हजार लाभार्थियों को शामिल किया जायेगा| यह योजना पुर्णतः राज्य सरकार द्वारा संचालित है| इस योजना के अंतर्गत 5 किस्तों में माता के बैंक खाते में 6000 रुपये भेजे जायेंगे ताकि वो अपने बच्चे की परवरिश का पूरा ध्यान रख सके|
इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना का क्रियान्वयन
वर्तमान समय में इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना चार जिलों उदयपुर , डूंगरपुर, प्रतापगढ़ तथा बांसवाडा में लागु की जा चुकी है| इन जिलों में पोषण कास्तर अन्य जिलों की तुलना में कम है| लेकिन धीरे-धीरे इस योजना को पुरे प्रदेश में एक समान रूप से लागु किया जायेगा | प्रथम संतान के लिए पुरे भारत वर्ष में सहायता राशि देने के लिए योजनायें चलायी जा रही हैं लेकिन दूसरी संतान के जन्म लेने पर लाभ देने के लिए केवल राजस्थान सरकार ने ही योजना शुरू की है|
इंदिरा गाँधी मातृत्व योजना के उद्देश्य
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को दूसरी संतान के जन्म पर आर्थिक सहायता व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है|
- महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 6000 रुपये आर्थिक सहायता के रूप में दिए जाते हैं|
- योजना के द्वारा प्रदेश की बच्चों की कुपोषण की समस्या को मिटाना है|
- यह योजना राज्य की महिला व बच्चों की प्रसव के के बाद शारीरक हालत में सुधार करने का प्रयास कर रही है|
- राज्य की महिलाओं को अपने बच्चे के पालन पोषण में सहायता प्रदान करना है|
इंदिरा गाँधी मातृत्व योजना के पात्रता मानदंड
जो महिलाएं इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना का लाभ लेना चाहती हैं, उनको निचे दिए गए पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा-
- लाभार्थी महिला राजस्थान की मूल निवासी होनी चाहिए|
- महिला के पास आवश्यक सभी दस्तावेज होने चाहिए|
- लाभार्थी महिला को दूसरी संतान होनी चाहिए अर्थात लाभ लेने वाली महिला दूसरी बार बच्चे को जन्म देने वाली होनी चाहिए|
- महिला का बैंक खाता होना चाहिए| तथा बैंक खाते से आधार कार्ड जुड़ा हुआ होना चाहिए|
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना डाक्यूमेंट्स
यदि आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना के लीये डाक्यूमेंट्स निचे दिए गए हैं-
- आवेदिका का आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- मूल-निवास प्रमाण पत्र
- बैंक खाता पासबुक
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना सहायता राशि क़िस्त
इस योजना के लिए कुल 6000 रुपये दिए जायेंगे जो की कुल पांच किस्तों में निर्धारित किये गए हैं| योजना के तहत किस्तों को जच्चा के खाते में सीधे ट्रान्सफर कर दी जाएँगी| प्रत्येक क़िस्त के लिए शर्त निर्धारित की गई| जो की आप निचे सारणी में देख सकते हैं-
किस्तों की संख्या | सहायता राशि | राशि मिलने की प्रक्रिया |
प्रथम क़िस्त | 1000 रुपये | गर्भावस्था जाँच और पंजीकरण होने पर |
द्वितीय क़िस्त | 1000 रुपये | कम से कम प्रसव पूर्व की दो जाँच पूरी होने पर |
तृतीय क़िस्त | 1000 रुपये | संस्थागत प्रसव होने पर |
चतुर्थ क़िस्त | 2000 रुपये | बच्चे के जन्म के 105 दिन तक सभी नियमित टिके लगने पर तथा बच्चे का जन्म पंजीकरण होने पर |
पंचम क़िस्त | 1000 रुपये | दम्पति की दूसरी संतान पैदा होने के तिन माह के अन्दर परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर |
राजस्थान इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना के लाभ व विशेषताएं
- इस ओजना के अंतर्गत माता को दूसरी बार बच्चे के जन्म पर आर्थिक सहायता राशि दी जाती है|
- आई.जी.एम.पी.वाई. योजना के अंतर्गत सभी गर्भवती महिलाओं को उचित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं|
- वर्तमान में इस योजना को केवल चार जिलों उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा तथा प्रतापगढ़ में लागु किया गया है| इन जिलों का पोषण स्तर बहुत कम है|
- धीरे धीरे पुरे प्रदेश में एक समान रूप से लागु किया जायेगा|
- IGMPS के अंतर्गत हर साल 75000 लाभार्थी चयनित किये जायेंगे|
- इस योजना के अंतर्गत 45 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है|
- igmpy के अंतर्गत दूसरी बार बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को 6000 रुपये दिए जायेंगे|
- महिलाओं को अलग-अलग 5 किस्तों में ये राशि प्रदान की जाएगी|
- राजस्थान देश का पहला राज्य है जिसने दूसरी संतान के जन्म पर सहायता राशि देने के लिए योजना की शुरुआत की है|
- Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 की शुरुआत इंदिरा गाँधी की 103 वीं जयंती के उपलक्ष पर की गयी|
- यह योजना महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है|
- योजना को धोखाधड़ी से मुक्त करने के लिए सहायता राशि सीधे लाभार्थी महिला के बैंक खाते में भेजने का प्रावधान किया गया है|
- महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने बताया की योजना की शुरुआत राज्य के बच्चों व महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए की गयी है|
- इस योजना के अंतर्गत 5 वर्षों में कुल 225 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे|
- यह योजना बाल मृत्यु दर को कम करने के लिए भी बहुत कारगर शाबित होगी|
Rajasthan Indira Gandhi Matritv Yojana Online Registration
राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना 2023 की घोषणा सरकार द्वारा कर दी गयी है लेकिन Rajasthan Indira Gandhi Matritv Yojana Aavedan के लिए अभी सरकार द्वारा कोई निर्धारित वेबसाइट या पोर्टल की सुचना नहीं दी गयी है| जैसे ही सरकार द्वारा इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन के सम्बन्ध में सुचना जारी की जाएगी तो हम आपके लिए इसकी अपडेट जरुर देंगे| यदि आप Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो हमारे साथ बने रहें| हम आपको इसी आर्टिकल के माध्यम से इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना रजिस्ट्रेशन की जानकारी देंगे|